खनक (मुगालते)



✍️खनक✍️
वो यूं सुरमे में आंखें डालते हैं
मेरी आंखो के या मुगालते हैं
✍️✍️
जैसे दीपक कहीं निहारता है 
ऐसे पलकों को वो जमालते हैं 
✍️✍️
जैसे बादल कहीं मंडरा रहा हो
ऐसे जुल्फों को यूं संभालते हैं
✍️✍️
उनकी पायल यूं मीठा घोलती है
जैसे कोयल सुरीला बोलती है
✍️✍️
उनके होठों में वो खनक है “विनय”
लफ्ज सिक्कों सा वो उछालते हैं
#विनय_आजाद #yqdidi #yqhindi #खनक #मुगालते 

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