विनय आजाद शायरी


🌹💞विनय_आजाद_शायरी💞🌹
जिंदगी क्या है, किराये की एक सवारी है
जब तलक होश है, मंजिल को सफर जारी है
🌹💞💞🌹
आसमां में घूमते, पत्थर को चांद समझे हो
झांक कर देखो, हर एक सीने में चांद जिंदा है
🌹💞💞🌹
आसमां में खलबली है, एक सितारा खो गया
चांद की गिरफ्त में था, अब हमारा हो गया
🌹💞💞🌹
वो कब से हाथ में, पत्थर उठाये बैठा था
मैंने सर पेश किया, और पत्थर फूल बन गया
🌹💞💞🌹
हर सर-ए-शाम, हर एक छत पे उतर आता है
चांद सबका है, किसी एक की जागीर नहीं
🌹💞💞🌹
बदल जायेगी सोच, तु प्रयास करता चल
महज फितरत है, पत्थर पर लिखी तहरीर नहीं
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ये अलग बात है, के बहोत हसीन है तिल
मगर गालों के बिना, इसकी कुछ तकदीर नहीं
#विनय_आजाद #शायरी

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